Parenting Tips: बच्चे को कभी रोने न दे, यदि आपका बच्चा रोता है तो अभी देखले कही यह बीमारी तो नहीं,

Parenting Tips in Hindi: अक्सर बच्चे अपने माता-पिता के सामने अपने परिवार के सदस्यों के सामने रोते हैं. अलग-अलग चीजों से परेशान होने के नाते रोते हैं और वो माता पिता को परेशान करते हैं क्या बच्चों का रोना सही है या सही नहीं है तो आपको अवश्य इस पर ध्यान देना चाहिए।

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कोई भी माता-पिता अपने बच्चे को यह नहीं चाहता कि रोए, हर एक माता पिता अपने बच्चे को बड़े लाड प्यार से पालता है और उससे जिन चीजों की आवश्यकता होती है उसे लाकर पूरा करता है। क्या आप भी एक पैरेंट होने के नाते अपने बच्चे को रोने नहीं देते हैं या आपका बच्चा रोता है तो क्या बीमारियां हो सकती हैं क्या कठिनाइयां हो सकती है.

अगर आप यह समझना चाहते है तो आपको यह आर्टिकल पूरा पढ़ना चाहिए। और यहां से जो पेरेंटिंग टिप्स मिलने वाला है वह आपके काफी काम आने वाला है फिर आप अपने बच्चे को कभी रोने नहीं देंगे।

बच्चे को कभी रोने न दे

बच्चे की ज़रुरत : बच्चे कई ऐसी परेशानियों से रोते हैं जब उन्हें खाने-पीने, बदलते डायपर, आराम, या प्यास, नींद की कमी, बीमारी, या किसी अन्य आवश्यकता के लिए रोते है। इस आपको अवश्य ध्यान देना चाहिए।

भावनाओं को व्यक्त करना : बच्चे अपने भावनाओं का व्यक्ति करने के लिए रो सकते हैं, जैसे कि गुस्सा, तनाव, या खुशी, या अन्य किसी ज़रुरत या भावना के लिए रो देते है।

बीमारी वजह : यदि बच्चे को कोई बीमारी हो तो वह रो सकता हैं ताकि उनके माता-पिता उनकी आवश्यकताओं को समझ सकें। कुछ ऐसी बीमारिया या दर्द बच्चे को हो सकते है जिससे बच्चा रोयेगा जिससे पैरेंट को समझ आ जाये।

नींद की आवश्यकता : बच्चों का रोना नींद की आवश्यकता का संकेत हो सकता है। जैसे कि जब वे थक जाते हैं या जब उनकी नींद खराब होने लगती है तो बच्चे रो सकते है। बचपन बच्चे को काफी नींद की आवश्यकता होती है।

पैरेंट का ध्यान चाहिए : बच्चे अक्सर ध्यान प्राप्त करने के लिए रोते हैं, या माँ-बाप को आकर्षित करने के लिए रोते है। जैसे कि जब वे एकाधिक के साथ खेलने की कोशिश कर रहे होते हैं।

बच्चो का गुस्सा : बच्चे अक्सर अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए रोते हैं, जो कई बार पैरेंट समझ नहीं पाते है। और कई बार बच्चे अपने माता-पिता से अपनी बात मनवाने की कोशिश करते है उसके लिए बच्चे रोते है परेशान होते है।

बच्चो की व्यक्तिगत समस्याएं: बच्चों के पास अक्सर स्कूल या सामाजिक समस्याएं हो सकती हैं, जिनसे वे परेशान हो सकते हैं और रो सकते हैं, इस पर भी पैरेंट को ध्यान देना चाहिए। इससे कई परेशानिया और बीमारिया भी हो सकती है इसलिए आपको अवश्य एक पैरेंट होने के नाते ध्यान रखना चाहिए।

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