Parenting Tips in Hindi: नए कपल के लिए बच्चों को पालना एक चैलेंज होता है. बच्चों के बातो को समझना उनकी कमजोरी को समझना, एक चैलेंज भरा काम होता है। अगर आप भी एक कपल होने के साथ एक बच्चे के माता-पिता है और आप चाहते हैं. आपका बच्चा स्वस्थ हो और उसके अंदर चिड़चिड़ापन ना हो।
चिड़चिड़ापन वह होता है जब कई बार माता-पिता के द्वारा बच्चों को कुछ कहा जाता है. तो उस बात को न मानकर दूसरे डायरेक्शन में चलने का प्रयास करते हैं. यह सब किस कारण से होते हैं इस पर हम आपको डिटेल में जानकारी देंगे। इसलिए इस आर्टिकल को पढ़ना चाहिए। यहां पर आप कई ऐसे पॉइंट बताए हैं जिन पर आपको खासतौर पर ध्यान रखना होगा, अगर आप एक माता पिता है तो आप इन चीजों का अवश्य ख्याल रखना पड़ेगा। नहीं तो आपका बच्चा अनहेल्दी हो सकता है कमजोर हो सकता है चिड़चिड़ापन हो सकता है।
बच्चो के हेल्थ पर रखे ऐसे ध्यान
बच्चो के साथ बाते करे करें : बच्चों बात करना उसका मन बहलाना उनके साथ खेलना अति महत्वपूर्ण है, उन्हें सुनने का अहसास दिलाएं और उनकी बातों का महत्व दे और बातो को समझे।
बच्चो को समय दें : बच्चों को उनकी गतिविधियों के लिए पर्याप्त समय दें। जैसे खेलने, पढ़ने, घूमने, रहने, बाते करने, की उन्हें मौका दे। खुद के रुचियों के अनुसार समय मिलना चाहिए।
बच्चो के साथ सहानुभूति दिखाएं : बच्चों की भावनाओं का सम्मान करें, और उनकी सहानुभूति दिखाएं उन्हें अपनी चिंताओं और अन्य भावनाओं को व्यक्त करने के लिए मौका दे उन्हें समझे।
बच्चे को सकारात्मक प्रेरणा : बच्चों में सकारात्मक की भावना प्रदान करें। उन्हें उनकी सफलताओं का सम्मान करने और उन्हें सफल होने के लिए प्रेरित करने की दिशा में मार्गदर्शन करें।
हेल्थी डाइट : बच्चो के स्वास्थ्य के लिए सहेजकर और पौष्टिक आहार प्रदान करें। अच्छे खाने से उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, इससे बच्चे कमजोर नहीं होंगे।
बच्चो के लिए उपयुक्त साथी का चुनाव करे : उनके साथी के चयन में सतर्क रहें उस पर पैरेंट को अवश्य देना चाहिए। उन्हें सकारात्मक और सहयोगी दोस्तों के साथ समय बिताने में बढ़िया तरीका हो सकता है,
नियमित रुप से व्यायाम की आदत डाले : नियमित व्यायाम करने से उनकी शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होगा। और उनकी मानसिक तंदुरुस्ती में भी सुधार आ सकती है, इससे बच्चो मेंटली और फिजिकली स्ट्रेंथ होगी।
खेलने के अवसर दे : अपने बच्चो को हमेशा खेलने के अवसर प्रदान करें ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास हो सके। इससे ब्रेन काफी तेजी से डेवलप होता है।
सही मार्गदर्शित करे : बच्चो को सही मार्गदर्शन करने के लिए उन्हें समय-समय पर बातचीत करने का अवसर दें। ताकि वे समस्याओं का समाधान खुद ढूंढ सकें, उस पर सही और गलत निर्णय ले पाए।
पेरेंटिंग टिप्स :-
माता-पिता बच्चो के साथ ऐसे बर्ताव न करे नहीं तो बच्चो हो जायेंगे बर्बाद, बाद में पछताना ही होगा,
बच्चे को रखे मोबाइल से दूर नहीं हो सकती है यह परेशानिया, हमेशा पछताने के अलावा कुछ नहीं होगा,
बच्चे को पढाई की आदत नहीं, तो ऐसे लगाए बच्चो को पढाई की लत, हमेशा पढ़ेगा आपका बच्चा,